सरकारी नौकरी से नाता तोड़ रहे हैं युवक अब नहीं भा रही नौकरी
भारतीय युवा जो कि हमारे देश का एक भविष्य निर्धारित करेगा वह एक ऐसा वर्ग है जो अब नहीं चाहता कि वह सरकारी नौकरी करें वर्तमान में बहुत कम परसेंट बच्चे अब सरकारी नौकरी की तरफ जा रहे हैं पहले आमतौर पर बच्चे इंटर के बाद सरकारी नौकरी का तैयारी में लग जाते थे मगर अब वह कुछ और ही सोच रहे हैं
अभी युवा पीढ़ी जहां 18 साल की होती है वही वह प्राइवेट नौकरी
अभी युवा पीढ़ी जहां 18 साल की होती है वही वह प्राइवेट नौकरी की तरफ को अपना मुख मोड़ लेती है पर पहले ऐसा नहीं था पहले सरकारी नौकरी की इंतजार में तैयारी करते थे नौकरी की तलाश करते थे मगर अब 10% ही बच्चे नौकरी की तरफ बढ़ रहे हैं सरकारी नौकरी की तरफ बढ़ रहे हैं वह सब प्राइवेट की तरफ ज्यादा जा रहे हैं क्योंकि जब से यह टेक्नोलॉजी क्षेत्र बड़ा है कोडिंग सॉफ्टवेयर मोबाइल ऐप गेम की तरफ बच्चे अब जा रहे हैं
युवा पीढ़ी का बर्ताव अब कोरोनावायरस के बाद बदल गया कोरोनावायरस आने से पहले वह सब सरकारी नौकरी की तरफ उनका मुक्ता जहां पर टेक्नोलॉजी की बात करें उन्हें लॉकडाउन में सीखने का बहुत अच्छा मौका मिल गया इसलिए आप प्राइवेट नौकरी टेक्नोलॉजी की तरफ ज्यादा बढ़ रहे हैं आज के युवा सरकारी नौकरी की तरफ ना जाकर वह सब प्राइवेट नौकरी की तरह से ज्यादा जा रहे हैं क्योंकि सरकारी नौकरी मिलना अब बहुत मुश्किल सा लगता है
अब आप यह सोचेंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं
अब आप यह सोचेंगे कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं जी हम आपको बता दें हम यह बात नहीं कह रहे यह बात आईटीआई कानपुर के रिपोर्ट से सामने आई है उनका मानना है कि 40% बच्चे सरकारी नौकरी की तरफ है और 60% बच्चे प्राइवेट नौकरी की तरह है
इसका मेन कारण हम यह भी कह सकते हैं
इसका मेन कारण हम यह भी कह सकते हैं कि सरकारी नौकरी के लिए हमें पहले तैयारी उसके फॉर्म की तैयारी उसके आने का इंतजार फिर हम भरेंगे फिर वह अप्लाई करेंगे फिर हमारा नंबर आएगा फिर पेपर देंगे फिर पास होंगे कभी नहीं मिलेगी और अब तो पेंशन भी नहीं रही सरकारी नौकरी में खुद से फायदे अब कटने लगे हैं
इसी को लेकर बच्चे प्राइवेट नौकरी तरफ ज्यादा बढ़ रहे हैं क्योंकि प्राइवेट नौकरी मगर आपने कोई डिग्री कर ली है तो आप प्राइवेट नौकरी कहीं भी जाकर अपनी अप्लाई कर सकते हैं और आपको नौकरी बहुत आसानी से मिल जाती है आप सिंपल सा अप्लाई करेंगे इंटरव्यू देंगे और आपकी नौकरी पक्की हां यह बात अलग है कि सरकारी नौकरी होती है और प्राइवेट नौकरी होती है